गाय, बकरी और मुर्गी की सामान्य बीमारियाँ व घरेलू इलाज - Common diseases of cow, goat and chicken and their home remedies

👨‍🌾 परिचय

भारत जैसे कृषि-प्रधान देश में पशुपालन किसानों की आय का अहम स्रोत है। लेकिन जब पशु बीमार पड़ते हैं, तो न केवल उनके जीवन को खतरा होता है, बल्कि दूध उत्पादन और आर्थिक नुकसान भी होता है। इन समस्याओं से बचने का सबसे असरदार तरीका है नियमित टीकाकरण (Vaccination)


टीके पशुओं को घातक बीमारियों से बचाते हैं और संक्रमण की चेन को तोड़ते हैं। आइए जानते हैं गाय, बकरी और मुर्गियों के लिए भारत में कौन-कौन से टीके ज़रूरी हैं और उनका शेड्यूल क्या होना चाहिए।

🐄 भाग 1: गाय/भैंस (Cattle) का टीकाकरण शेड्यूल

{A.} बीमारी - FMD (मुंह-खुर)

  • वैक्सीन का नाम - FMD Vaccine
  • पहली खुराक - 4 महीने
  • बूस्टर डोज - 1 महीने बाद
  • दोहराव - हर 6 महीने सालाना

{B.} बीमारी - HS (गला घोंटना)

  • वैक्सीन का नाम - HS Vaccine
  • पहली खुराक - 6 महीने
  • बूस्टर डोज - सालाना

{C.} बीमारी - Brucellosis

  • वैक्सीन का नाम - Brucella Vaccine
  • पहली खुराक - 4–8 महीने
  • बूस्टर डोज - एक बार

{D.} बीमारी - BQ (Black Quarter)

  • वैक्सीन का नाम - BQ Vaccine
  • पहली खुराक - 6 महीने
  • बूस्टर डोज - सालाना

🔔 ध्यान दें: Brucellosis वैक्सीन केवल मादा बछियों को दी जाती है।

🐐 भाग 2: बकरी (Goat) का टीकाकरण शेड्यूल

{A.} बीमारी - PPR (Plague)

  • वैक्सीन का नाम - PPR Vaccine
  • पहली खुराक - 3 महीने
  • बूस्टर डोज - सालाना

{B.} बीमारी - ET (Enterotoxaemia)

  • वैक्सीन का नाम - ET Vaccine
  • पहली खुराक - 4 महीने
  • बूस्टर डोज - 15 दिन बाद
  • दोहराव - सालाना

{C.} बीमारी - Goat Pox

  • वैक्सीन का नाम - Goat Pox Vaccine
  • पहली खुराक - 3 महीने
  • बूस्टर डोज - सालाना

{D.} बीमारी - FMD

  • वैक्सीन का नाम - FMD Vaccine
  • पहली खुराक - 4 महीने
  • बूस्टर डोज - 1 महीने बाद
  • दोहराव - हर 6 महीने

💡 सुझाव: बकरी का झुंड एक साथ वैक्सीनेट करें ताकि संक्रमण की रोकथाम प्रभावी हो।

🐓 भाग 3: मुर्गी (Poultry) का टीकाकरण शेड्यूल

{A.} बीमारी - Ranikhet (ND)

  • वैक्सीन - ND Lasota
  • उम्र - 5 दिन
  • तरीका - मुँह की ड्रॉप

{B.} बीमारी - IBD (Gumboro)

  • वैक्सीन - IBD Vaccine
  • उम्र - 14 दिन
  • तरीका - पीने के पानी में

{C.} बीमारी - Fowl Pox

  • वैक्सीन - Fowl Pox Vaccine
  • उम्र - 6 हफ्ते
  • तरीका - पंख के नीचे इंजेक्शन

{D.} बीमारी - Infectious Bronchitis

  • वैक्सीन - IB Vaccine
  • उम्र - 2 हफ्ते
  • तरीका - पीने के पानी में

🐣 सुझाव: पोल्ट्री में टीकाकरण की सटीक टाइमिंग बहुत जरूरी है, वरना flock में mortality बढ़ सकती है।

🧪 सावधानियाँ (Precautions)

  1. वैक्सीन हमेशा ठंडी स्थिति (2–8°C) में रखें।
  2. सिरिंज और सुई हर जानवर के लिए अलग होनी चाहिए।
  3. वैक्सीन की एक्सपायरी डेट ज़रूर जांचें।
  4. टीकाकरण के बाद पशु को आराम दें; हल्का बुखार सामान्य है।
  5. वैक्सीनेशन से पहले पशु पूरी तरह स्वस्थ हो।

🧾 निष्कर्ष

नियमित और सही समय पर किया गया टीकाकरण न केवल आपके पशुओं को रोगों से बचाता है, बल्कि उनके स्वास्थ्य, उत्पादकता और जीवनकाल को भी बेहतर बनाता है। यह किसानों के लिए एक छोटा निवेश है, लेकिन बहुत बड़े लाभ देता है।

स्वस्थ पशु = अधिक उत्पादन = ज़्यादा लाभ

❓FAQs

1. क्या सभी वैक्सीने एक साथ दी जा सकती हैं?

कुछ वैक्सीने एक साथ दी जा सकती हैं, लेकिन किसी भी मिश्रण से पहले पशु चिकित्सक से सलाह लेना ज़रूरी है।

2. क्या घर पर टीकाकरण करना सुरक्षित है?

यदि प्रशिक्षित हैं और सभी सावधानियाँ बरतते हैं, तो हां। लेकिन पहली बार पशु चिकित्सक की निगरानी में ही करें।

3. वैक्सीन कहां से लें?

सरकारी पशु अस्पतालों, वैटनरी फार्मेसी और अधिकृत मेडिकल स्टोर्स से।

लेखक: Shishupal Meghwal

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